आज समाज के ज्यादातर संगठन आईएएस, पीसीएस, व मेडिकल की तरफ समाज के बच्चो का मारगदर्शन कर रहे। निसंदेह यह सराहनीय है किन्तु लोधी समाज ग्रामीण अंचल में बहुतायत है और आर्थिक स्थिति भी बहुत अच्छी नहीं है। जो प्रशासनिक सेवाओं के एग्जाम की लंबे समय तक तैयारी नहीं कर सकते और वहीं मेडिकल की पढ़ाई की भारीभरकम फीस जमा करने में भी असमर्थ है।
ऐसे में समाज के बच्चो को कम समय में अच्छी जॉब मिल जाए तो वह आने वाली जेनरेशन को बेहतर विकलप दे पाएंगे।
👉 यह हो सकता है सुनहरा विकल्प
कृषि में पढ़ाई अत्याधिक प्रतिष्ठित प्रोफेशनल कोर्सेज में से माना जाता है और इस क्षेत्र में विद्या्थियों ने पढ़ाई कर देश की उन्नति में अभूतपूर्व योगदान दिया है। आज बढ़ती जनसंख्या को सुचारू रूप से खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराना देश के सामने बहुत बड़ी चुनौती बन रहा है। साथ ही घटती व प्रदूषित होती कृषि योग्य मृदा दूसरी सबसे बड़ी चुनौती बनी हुए है ऐसे में अगर ज्यादा कृषि विषयों से जुड़े विशेषज्ञ निकले ग जो देश के सर्वांगीण विकास में भारी योगदान दे सकते है। गांव-देहात के बच्चो के लिऐ यह कोर्सेज और भी आसान रहते है और वे बहुत अच्छा परफॉर्मेंस भी देते है। क्योंकि उन्हें बहुत सारी जानकारी पहले से ही होती है। आज ज्यादातर कृषि वैज्ञानिक/ विशेषज्ञ ग्रामीण क्षेत्र से है। जिन्होंने अतुलनीय कृषि उत्थान के कार्य किए है।
कृषि एक ऐसा विषय है अगर कठिन परिश्रम से कोर्सेज किये जाए तो सत प्रतिशत जब्स के चांस रहते है। इसके अलवा आज कृषि स्वरोजगार का अच्छा स्रोत बनता जा रहा है। कई नौकरी पेशा लोग आज नौकरी छोड़ कर आधुनिक कृषि करने आगे आ रहे है और कई गुना ज्यादा टर्नओवर प्रति वर्ष ले रहे है। अगर आधुनिक तरीके से लाभदायक फसलों की खेती की जाए तो अत्याधिक लाभ लिया जा सकता है। आज आए दिन हम सक्सेस फरामर्स स्टोरी पढ़ते है जो इसके लाभ के उदाहरण है।
किन्तु कृषि जोत का आकार छोटा होना, नई तकनीकि का उपयोग न कर पाना, प्राकृतिक आपदाएं, समय पर खाद बीज का न मिलना, विप्रणन की सुचारू न होना, एक ही तरह की फसलों का ज्यादा क्षेत्र में बुवाई करना, फसलों का उचित मूल्य न मिलना, दलाल प्रथा का अंत न हो पाना और सरकार का उदासीन रवैया के चलते इस व्यवसाय में लोगो व छात्रों की रुचि घट रही है जो अत्याधिक चिंता का विषय है।
👉 यूपी के लिए फॉर्म आ चुके है अप्लाई करवाए।
👉 कृपया यह आलेख समाज के अन्य भाइयों तक जरुर पहुंचाए
कृषि से जुड़े बहुत सारे आलेख हिंदी में मेरी वेबसाइट sciencoholic.com पर जा कर पढ़ सकते है।
Regards
Dr Vishnu Rajput
M.Sc.Ag, PhD, PDF
Sfedu, Russia
ऐसे में समाज के बच्चो को कम समय में अच्छी जॉब मिल जाए तो वह आने वाली जेनरेशन को बेहतर विकलप दे पाएंगे।
👉 यह हो सकता है सुनहरा विकल्प
कृषि में पढ़ाई अत्याधिक प्रतिष्ठित प्रोफेशनल कोर्सेज में से माना जाता है और इस क्षेत्र में विद्या्थियों ने पढ़ाई कर देश की उन्नति में अभूतपूर्व योगदान दिया है। आज बढ़ती जनसंख्या को सुचारू रूप से खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराना देश के सामने बहुत बड़ी चुनौती बन रहा है। साथ ही घटती व प्रदूषित होती कृषि योग्य मृदा दूसरी सबसे बड़ी चुनौती बनी हुए है ऐसे में अगर ज्यादा कृषि विषयों से जुड़े विशेषज्ञ निकले ग जो देश के सर्वांगीण विकास में भारी योगदान दे सकते है। गांव-देहात के बच्चो के लिऐ यह कोर्सेज और भी आसान रहते है और वे बहुत अच्छा परफॉर्मेंस भी देते है। क्योंकि उन्हें बहुत सारी जानकारी पहले से ही होती है। आज ज्यादातर कृषि वैज्ञानिक/ विशेषज्ञ ग्रामीण क्षेत्र से है। जिन्होंने अतुलनीय कृषि उत्थान के कार्य किए है।
कृषि एक ऐसा विषय है अगर कठिन परिश्रम से कोर्सेज किये जाए तो सत प्रतिशत जब्स के चांस रहते है। इसके अलवा आज कृषि स्वरोजगार का अच्छा स्रोत बनता जा रहा है। कई नौकरी पेशा लोग आज नौकरी छोड़ कर आधुनिक कृषि करने आगे आ रहे है और कई गुना ज्यादा टर्नओवर प्रति वर्ष ले रहे है। अगर आधुनिक तरीके से लाभदायक फसलों की खेती की जाए तो अत्याधिक लाभ लिया जा सकता है। आज आए दिन हम सक्सेस फरामर्स स्टोरी पढ़ते है जो इसके लाभ के उदाहरण है।
किन्तु कृषि जोत का आकार छोटा होना, नई तकनीकि का उपयोग न कर पाना, प्राकृतिक आपदाएं, समय पर खाद बीज का न मिलना, विप्रणन की सुचारू न होना, एक ही तरह की फसलों का ज्यादा क्षेत्र में बुवाई करना, फसलों का उचित मूल्य न मिलना, दलाल प्रथा का अंत न हो पाना और सरकार का उदासीन रवैया के चलते इस व्यवसाय में लोगो व छात्रों की रुचि घट रही है जो अत्याधिक चिंता का विषय है।
👉 यूपी के लिए फॉर्म आ चुके है अप्लाई करवाए।
👉 कृपया यह आलेख समाज के अन्य भाइयों तक जरुर पहुंचाए
कृषि से जुड़े बहुत सारे आलेख हिंदी में मेरी वेबसाइट sciencoholic.com पर जा कर पढ़ सकते है।
Regards
Dr Vishnu Rajput
M.Sc.Ag, PhD, PDF
Sfedu, Russia
No comments:
Post a Comment