Saturday, January 18, 2020

गंगा नदी के तट पर आयोजित होगा दो दिवसीय राष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविर....

इस दो दिवसीय अधिवेशन में निम्न महत्वपूर्ण विषय होंगे - 

१. लक्ष्य स्वयं सेवकों का प्रशिक्षण
२. शिक्षा एवं रोजगार तथा कृषि से जुड़े विषय
३. कवि, साहित्यकारों एवं लेखकों का मंच
४ . ग्रामीण क्षेत्रों की समस्याओं के व्यावहारिक समाधान
५. प्रेम, बंधुत्व एवं सौहार्द को मजबूत करना
६. लघु उद्योग एवं स्वरोजगार के लिए पारस्परिक सहयोग
७. कौशल विकास एवं तकनीकी संवर्धन
८. संस्कार एवं शिष्टाचार तथा पारस्परिक सम्मान पर सत्र एवं प्रशिक्षण
९. स्वामी ब्रह्मानंद सहित समाज के सभी महापुरुषों के जीवन पर सत्र
१०. मृत्यु भोज जैसे सामाजिक कुरीतियों की समाप्ति के लिए उपाय एवं निवारण
११. वरिष्ठ समाजसेवियों का सम्मान

नोट- सभी  स्वयं सेवक निम्नलिखित वस्तुएं अपने साथ लेकर आएं - 

1. एक थाली, एक गिलास, एक चम्मच,एक कटोरी, एक लोटा
2. एक चादर( बैडशीट)
3.  कापी,कलम
4. छोटा शीशा कंघा,,तेल आदि
5. चप्पल ( स्लीपर)

प्रशिक्षण एवं अधिवेशन में आने वाले सभी स्वयं सेवकों के लिए भोजन  एवं रात्रि विश्राम के लिए सभी व्यवस्थाएं निशुल्क रहेंगी। स्वयं सेवक अपनी सुविधानुसार 20,21 मार्च को शिविर में पहुंच सकते हैं।

भारत के विभिन्न भागों एवं विदेशों से आने वाले सभी महानुभावों के लिए रूट- 

आगरा, दिल्ली, अलीगढ़,बरेली, बुलंदशहर, मुरादाबाद, लखनऊ, बदायूं आदि से सीधे बस द्वारा डिबाई पहुंचा जा सकता है। अलीगढ़ से डिबाई की दूरी 50 किमी है। अलीगढ़, बरेली आदि से ट्रेन द्वारा भी सीधे राजघाट पहुंचा जा सकता है। डिबाई से राजघाट के लिए निशुल्क बस सेवा उपलब्ध रहेगी।

वालंटियर के नाम एवं नं शीघ्र ही जारी कर दिए जाएंगे। 

( राजघाट गंगा नदी के तट पर स्थित बहुत ही सुरम्य स्थान है , प्रशिक्षण में आने वाले सभी स्वयं सेवक सुबह-शाम गंगा की पावन छठा का लाभ ले सकते हैं।)

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